What is the importance of applying Tilak in Sanatan Dharma, let’s know…
सनातन धर्म में तिलक लगाने की परंपरा काफी प्राचीन रही है। तिलक सनातन धर्म से मनुष्य को जोड़े रखता है व कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है। हिन्दू धर्म में बिना तिलक लगाए ना तो पूजा करने की अनुमति है और ना ही बिना तिलक के कोई भी धार्मिक पूजा सम्पन्न होती है।लोग तिलक लगा तो लेते हैं, लेकिन तिलक से जुड़ी कई बातें है जिसे बहुत कम व्यक्ति ही जानते हैं। इसलिए आज हम आपको तिलक से सम्बंधित कुछ बातों को साझा करेंगे। जिसकी जानकारी आप सभी को होना बहुत जरुरी हैं। तो आइये उन महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।
मनुष्य तिलक क्यों लगाते हैं?
तिलक माथे के दोनों भौओं के बीच में या अपने कंठ तथा नाभि पर भी लगाया जाता है. तिलक के द्वारा ये भी जाना जा सकता है की आप किस सम्प्रदाय से सम्बन्ध रखते हैं। तिलक केवल एक सांस्कृतिक प्रचलन नहीं हैं बल्कि एक प्रकार का आध्यात्मिक चिन्ह के रूप में कार्य भी करता हैं. ऋषियों द्वारा यह कहा जाता है कि यह पवित्र चिह्न हमारी आत्मिक चेतना को जगाता है। जो त्रिनेत्र या आज्ञा चक्र का निरूपण करता हैं। और जो हमारे संस्कारो, प्रार्थनाओ और ध्यानमगन के वक्त पवित्र ऊर्जाओं के साथ सम्बन्ध को आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रोत्साहित करता हैं।
जानिए तिलक लगाने का क्या महत्व है..
तिलक लगाना हिंदू धर्म में एक महत्पूर्ण परंपरा है। ऐसा कहा जाता है कि इसके जरिए लोग आध्यात्मिक दुनिया से जुड़ते हैं। साथ ही यह साधना, सांस्कृतिक अनुपालन और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा के प्रतीक के रूप में भी कार्य करता है। तिलक को लेकर ऐसी भी मान्यता है कि यह अनुष्ठान एकाग्रता और ध्यान को बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति के अंदर अद्भुत शक्तियां विकसित होती हैं। वही अलग अलग प्रकार के तिलक का महत्त्व भी अलग अलग होता है
मन को करता है शांत : चंदन का तिलक
माथे पर चंदन का तिलक लगाने से मन सदैव शांत रहता है। साथ ही इससे एकाग्रता का भी संचार होता है। माना जाता है, जो लोग इस तिलक को प्रतिदिन लगाते हैं, उन्हें मानसिक पीड़ा से निजात मिलता है और उनका मन ध्यान की ओर अग्रसर रहता है।
दृढ़ता की भावना विकसित : कुमकुम का तिलक
कुमकुम की तिलक लगाने से जातक के अंदर आंतरिक सुंदरता और दृढ़ता की भावना विकसित होती है। मान्यता है कि सिन्दूर का तिलक कई चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। जो की एक आत्मविश्वास के रूप मे कार्य करता है.वहीं कुमकुम ध्यान की क्षमता बढ़ाता है और मानसिक शक्तियों को जागृत करने में मददगार होता है।
दिमाग को रखता है शुद्ध : हल्दी का तिलक
हल्दी का तिलक अपने जीवाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है, इस विशेष तिलक को लगाने से न केवल त्वचा साफ होती है, बल्कि मन को भी शांति की अनुभूति होती है। इसके अलावा यह मस्तिष्क को शुद्ध करता है, तथा साथ ही आत्म-आश्वासन को बढ़ाने का मार्ग भी प्रदान करता है।
